साइकिल पर जहाज है  Arun Mishra

साइकिल पर जहाज है

Arun Mishra

आज साइकिल पर जहाज है!!
खुशियाँ नहीं ये
मजबूरियों की बात है,
चले हैं पैडल मार-मार के
हँसता समाज है,
देखो साइकिल पर जहाज है!!
 

उनके लिए हुए बहुत प्रयास
यहाँ भूखे जात है,
बिसलेरी है उनके लिए
यहाँ गरम पानी के भी मोहताज हैं,
देखो साइकिल पर जहाज है!!
 

वो करें ऑर्डर पिज़्ज़ा
बीमारी उनकी मोहताज है,
यहाँ देते एक केला
चालीस सेल्फी का राज है,
देखो साइकिल पर जहाज है!!
 

उनके लिए लगे हैं सैनिटाइजर की बॉटल,
यहाँ शुद्धि के नाम पर
फिनायल की बरसात है,
देखो साइकिल पर जहाज है!!
आज साइकिल पर जहाज है!!!

अपने विचार साझा करें




0
ने पसंद किया
757
बार देखा गया

पसंद करें

  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com