पेड़ों का भी दम घुटता है Arun Mishra
पेड़ों का भी दम घुटता है
Arun Mishraपेड़ों का भी दम घुटता है!!!
जिस तरह हल्के धुँए से
सबकी साँसों का क्रंद टूटता है,
कोई नहीं है पड़ोसी साहाई
पेड़ों के आपस का क्रम टूटता है,
पेड़ों का भी दम घुटता है!!
यूँ तो बहुत मजबूत हैं जड़ें
लेकिन सबके सब्र का बन्ध टूटता है,
जीवन में बहुत हैं मुश्किलें
बिना हौसलों से अभिक्रम टूटता है,
पेड़ों का भी दम घुटता है!!
यूँही लाचार पड़े हैं घोंसले
पक्षियों का भी जीवन छूटता है,
भाग रहे हैं मूक सभी जीव
सबके आँखों से क्रंदन छूटता है,
पेड़ों का भी दम घुटता है!!