आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी Shristy Ruhela
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी
Shristy Ruhelaआओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी,
जिसमे शिव जी की हैं, माँ पार्वती रानी।
थीं वो पुत्री हिमनरेश हिमवान की,
जिनकी पत्नी थीं हिमवती महारानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
कोई कहे उमा, कोई कहे गौरी,
कोई कहे सती रानी,
हैं पार्वती प्रकृति स्वरूपा, हैं जग की कल्याणी,
जन्म हुआ जब पार्वती का, थी वो मंगलबेला सुहानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
पहुंचे नारद जी हिमालय नरेश के घर
थी ये बात उनको बतानी,
करनी पड़ेगी तपस्या
जब पार्वती को ये बात जब थी जानी,
महादेव को पति रूप में पाने की मन में ठानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
प्रेम परीक्षा लेनी थी शिव को
इस बात से पार्वती थीं अनजानी,
भेजा सप्तऋषियों को शिव ने
पार्वती ने उनकी बात ना मानी,
कहा उन्होंने पार्वती से
शिव हैं औघड़ अमंगल वेषधारी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
भूत प्रेत के हैं वो संगी जटाधारी,
ना पाओगी सुख करके विवाह भोले से,
यह थी सप्तऋषियों की वाणी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
देख अटल निश्चय पार्वती का
सप्तऋषियों को हुई बड़ी प्रसन्नता,
मिला आशीर्वाद सप्तऋषियों का पार्वती को
भोले की लीला है न्यारी,
प्रेम परीक्षा सफल हुई बात जब ये जानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
हुए प्रसन्न भोले बाबा
पार्वती के अपने प्रति गहन प्रेम की बात जब जानी,
निकला लग्न मुहूर्त वो सुंदर बेला अब आई,
निकली बारात पार्वती को ब्याहने ये बात सबने जानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
नंदी पर सवार बन दूल्हा तैयार मेरे भोले भंडारी,
हाथ में डमरू और त्रिशूल लिए
देख शिव को हुई दुनिया दीवानी,
भूत प्रेत बाराती इनके देवी देवता भी साथी
जान गया जो भोले को उसने सारी दुनिया जानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।
हुआ विवाह समारोह शुरू
शिव-पार्वती ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई,
हुआ शिव-पार्वती का मिलन सबने खुशियाँ मनाई,
ये है शिव-पार्वती की पावन प्रेम कहानी,
आओ सुनाऊँ एक प्रेम कहानी।