सर्दियाँ Vibhav Saxena
सर्दियाँ
Vibhav Saxenaसर्दी के मौसम की भी कुछ अलग ही बात है,
ये खुशनुमा मौसम साथ लाता ढेरों सौगात है।
कभी हल्की तो कभी ज्यादा धुन्ध छा जाती है,
कभी तेज़ तो कभी मीठी धूप निकल आती है।
पहाड़ों पर तो बर्फ़ की चादर सी बिछ जाती है,
फूलों की खुशबू से फ़िजा भी महक जाती है।
मूँगफली और गुड़ के स्वाद का मजा आता है,
मक्की की रोटी संग साग सरसों का भाता है।
ठंड जब बढ़ती है तब रज़ाई निकल आती है,
अलाव और गर्म कपड़ों की बारी आ जाती है।
और भी कई सौगातें सर्दी का मौसम लाता है,
मगर एक सवाल अक्सर मेरे मन में आता है।
जिनके हालात अच्छे नहीं वो परेशान होते हैं,
सर्दी में जाने वो कैसे खाते पीते और सोते हैं?
तो जो हैं जरूरतमंद कुछ उनके काम आ जाएँ,
सर्दी में उनकी मदद कर हम सब पुण्य कमाएँ।