माँ के लिए Vibhav Saxena
माँ के लिए
Vibhav Saxenaतुमने मुझको जीवन दिया
तू ही दुनिया में लाई है माँ,
एक तू ही साथ खड़ी रही
जब दुनिया लगी पराई माँ।
तूने ही चलना सिखाया मुझे
तू ही मेरी पहली गुरु है माँ,
हर दुर्गुण से बचाया है तूने
हर अच्छाई तुझसे ही है माँ।
मुझे सुख देने की खातिर
माँ तुमने तो कष्ट उठाए हैं,
तुमको पाया तो ये लगता है
माँ मैंने भी पुण्य कमाए हैं।
आज जो कुछ भी पा सका हूँ
वो सब तेरी ही बदौलत है माँ,
और भला क्या लिखूँ तेरे लिए
तेरे कदमों में मेरी जन्नत है माँ।