मेरी माँ मेरा भगवान  Bhanu Pratap Singh Tomar

मेरी माँ मेरा भगवान

Bhanu Pratap Singh Tomar

तेरे चरणों में मेरा नमन है माँ
तेरे आँचल मैं ही बस अमन है माँ,
तूने पालन किया बड़े प्यार से माँ,
तूने परिचय कराया संसार से माँ।
 

चलना तूने ही मुझको सिखाया है माँ
ये दुनिया है क्या ये बताया है माँ ,
तेरा लेकर सहारा खड़ा हुआ माँ,
तेरे आँचल में ही तो बड़ा हुआ माँ।
 

तूही मेरा है बस भगवान माँ
तुझसे ही है मेरी पहचान माँ,
मैं आया शहर तुझे छोड़ के माँ
तेरा ममता भरा दिल तोड़ के माँ।
 

कभी चैन से "भानु" न सोया है माँ
छुप-छुप के अकेले मैं रोया है माँ,
रहता हूँ तुझसे क्यों दूर हूँ माँ
न जाने क्यों इतना मजबूर हूँ माँ।
 

तू गांव में है, मैं शहर में हूँ माँ
बैचैन हर एक पहर में हूँ माँ,
याद आती है तेरी तो रोता हूँ माँ
कई रातों को मैं तो न सोता हूँ माँ।
 

गंगा प्यार की फिर से बहा दे तू माँ
फिर से ममता अपनी लुटा दे तू माँ,
फिर से आँचल में अपने छुपा ले तू माँ
अपनी गोदी में फिर से सुला दे तू माँ।

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