अब वो बात कहाँ  CHANDRESH PRAGYA VERMA

अब वो बात कहाँ

CHANDRESH PRAGYA VERMA

रिश्तों में अब वो ‘एहसास’ कहाँ
दोस्ती में अब वो ‘जज़्बात’ कहाँ
नया खरीदने का वो ‘उत्साह’ कहाँ
त्योहारों में अब वो ‘मिठास’ कहाँ
गुरु-शिष्य का अब वो ‘रिश्ता’ कहाँ
भाई-भाई में पहले जैसा वो ‘प्यार’ कहाँ
स्वादिष्ट खाना पर अब वो ‘स्वाद’ कहाँ
रुपया है  ज्यादा पर वो ‘सम्पन्नता’ कहाँ
बड़े बड़े व्यापार हैं पर वो ‘साझेदार’ कहाँ
गहरी-गहरी दोस्ती पर वो ‘राजदार’ कहाँ
स्वास्थवर्धक खान-पान पर वो ‘स्वास्थ्य’ कहाँ
बड़े-बड़े मंदिर हैं पर भक्ति का वो ‘भाव’ कहाँ
जीवन में सुविधाएँ बहुत पर वो ‘आनंद’ कहाँ

अपने विचार साझा करें




0
ने पसंद किया
187
बार देखा गया

पसंद करें

  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com