कुछ तो कर लो  Goutam Kumar Mahto

कुछ तो कर लो

Goutam Kumar Mahto

वक्त है खुद को बदलो
ज़िन्दगी है इसे जी लो,
इस दुनिया में कोई टिका नहीं,
लेकिन टिकने की तुम कोशिश कर लो।
 

दिल है तो प्यार कर लो
खुद को तुम तैयार कर लो,
चूँकि दिन में तारे दिखते नहीं
अभी रात है तुम तारे गिन लो।
 

मौका मिले तो पंख खोल लो
डर लगे तो मुट्ठी मोड़ लो,
चूँकि हर दिन फल पकते नहीं,
इसलिए जब पके दिखें तो तोड़ लो।
 

रास्ते बहुत होंगे जाने के
जो अच्छा लगे उसे चुन लो,
चूँकि हर बात बुरी होती नहीं
सो बुरा लगे तो भी सुन लो।
 

मंज़िल ना मिले तो थोड़ी आस कर लो
कुछ नहीं तो भी कुछ कर लो,
माता-पिता से बढ़कर कोई देव नहीं
जब तक हैं उनके चरणों में झुक लो।

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