इस बार जो आना  Anurag Jaiswal

इस बार जो आना

Anurag Jaiswal

इस बार जो तुम आना तो हमको भी ले के चलना,
देखनी है हमें भी तुम्हारी नज़रों से
ये चंचलता, ये अल्हड़पन ये पागलपन तेरा।
है हमको भी जाननी तेरी ये खिलखिलाहट
और तेरी आँखों की रंगीनियत भी,
क्यूं इतनी तृप्तता और इतनी मोहिनी है।
जो आना इस दफे तो हमको भी कहना...
कि जीवन की मधुरता का कुछ पान कर लो।

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