क्योंकि तुम नहीं हो कौशल कुमार जोशी "कृष्णा"
क्योंकि तुम नहीं हो
कौशल कुमार जोशी "कृष्णा"इन सितारों से पूछो मैं कितना तन्हा हूँ....
क्योंकि तुम नहीं हो,
इन नज़ारों से पूछो मैं कितना तन्हा हूँ....
क्योंकि तुम नहीं हो।
न जाने क्यों मैं सारी रात जग तन्हाई में
रोता रहता हूँ,
इन अश्कों की.....
नम कतारों से पूछो मैं कितना तन्हा हूँ....
क्योंकि तुम नहीं हो।।
महफिल में है तन्हाई बताते हैं मुझे,
बिन पूछे,
तुम इन बाज़ारों से पूछो मैं कितना तन्हा हूँ......
क्योंकि तुम नहीं हो।
सारी रात जो मेरे साथ जगी रहती हैं,
हर इक पल,
तुम इन दीवारों से पूछो मैं कितना तन्हा हूँ........
क्योंकि तुम नहीं हो।।