इसे दर्द कहो या स्वाभिमान,मैं लौट के फिर न आऊँगा!
जिजीविषा
1419 0
वो जो इक चाह
1183 0
कलम भी रोती है
1231 1
अपनी कविता में तुमको पढ़कर
1324 1
एक अलिखित कविता
1426 0
कुछ लिखते हुए
1296 2
हे कवि ! मुझे बताते रहना
1467 0
ठीक नहीं
1192 0
ठोकर तो खाकर देखिये
1239 0
शायरी के सिवा
1527 0
अंतरात्मा का न्याय
1482 0
जाग उठो हे भरत पुत्र !
1549 0
ये सफ़र भी न अज़ीब है
1593 0
पैर तो कबके थके
1244 0
साक़ी
1224 1
तुम अगर लौट कर नहीं आये
1367 1
भला कैसे होगा
1224 0
कुछ तो बता ऐ जिन्दगी!
1248 0
प्यास
1137 0
कोई नहीं है बुरा धरा पर
1201 1
पीड़ा
1061 2
अप्सरा
1448 3
फ़र्जी राष्ट्रवाद
1849 1
ये तुम्हारे राग अंधे
1228 1
हवा के साथ बह जाना
1573 1
हे सखे! अब ले न चलना
1311 1
कोमल मन और कटु जीवन
1410 1
वो जो इक चाह घुटी है मन में
1213 1
है रात से मेरा प्रेम पुराना
1498 1
इनमे बात तो कुछ है
1275 1
हो के रुसवा तेरी निगाहों में
1251 1
तलाक़
1139 1
तो रहने दो
1237 1
विरहन
1167 1
मरघट का अट्टाहास
2061 1
क्या छुपाएँ-क्या बताएँ
1266 0
अजन्मा सच
1283 1
कब किस का होता है!
1212 0
रिन्द का फ़लसफ़ा
1176 0
अहो भाग्य!
1403 0
तुझसे छुपाने क्या-क्या!
1539 0
अश्रुओं में क्षार कैसे आ गया
1727 0
ऐसा उसके हाथों को छूकर लगता है!
1306 0
अल्हड़ कवि
1243 0
आखिर मान लूँ कैसे?
1172 1
हद करते हो!
1243 2
सोच लेना ऐ भँवरे!
2445 1
अनिर्णीत भाव
1351 1
प्यास के उस छोर पर
1395 1
एक स्वप्न : परिवर्तन के बीज
1764 1
नागफनी का पौधा
4020 0