मैं लिखता हूँ तो भूख मिट जाती है -पेट और आत्मा दोनों की।
मुर्दाघर
1178 1
मेरी दादी
1250 0
औरतें
1387 0
अभी तलक बाकी है
1517 0
तब मेरा गाँव मुझे याद आता है
1764 1
मिलना कभी उन गलियों में
1351 1
बेटी बचेगी, तो ही पढ़ेगी
1241 0
इस चाराग़री में सब होशियार हैं
1353 0
मुल्क ही अगर नहीं होगा
1314 0
कुछ सलीका खुदा को भी सीखना चाहिए
1368 1
बस आसमान को बाँटना बाकी है
1199 0
सच की लाश मिली
1310 0
आँखों में धुँआ क्या है
1260 1
जब मिलता हूँ आदतन मुस्कुरा देता हूँ
1335 0
ग़ज़ल का मक़सद और मौजूँ क्या है
1161 0
इश्क़ किया और आग से खेलता रहा
1220 0
शान्त उसका हुस्न-ए-बरहम ही कब था
1156 0
निगाहों का पर्दा कहाँ था
1322 0
जबसे मैं मेरा ही न रह गया
1086 0
कौम बातों से कैसे बहल जाएगा
1136 0
तेरे ख़्वाब लेके मैं आँखों में
1176 0
पसीने से तरबतर भोर है कैसा
1109 1
तू रसूक बनकर सबको फुसलाता क्या है
1295 0
थोड़ी रियायत भी देनी थी
1098 0
गर्दन भी रोज़ दबाता है
1168 0
गुनाह यहाँ रोज़ होता है
1087 0
चोरी-छिपे ही मोहब्बत निभाता रहा
1270 0
आज़ादी को भी नई आज़ादी चाहिए
1256 0
नहीं है आरज़ू कि फिर से बेटी बनूँ
1103 0
इस हसीन शहर में बसिए ज़रा
1260 0
ये दौर-ए-इम्तेहान है
1041 0
कभी हंगामा कभी जलसा होता रहा
1176 1
बदलते दौर में इज़्ज़तदारों का खानदान हूँ
1174 1
प्रेम-विरह
1055 0
आज का अखबार आ गया
1054 0
ऐ मेरे मन
1332 0
रातों को छत पे बुलाते क्यों रहे
1162 0
हम फिर तन्हा रह गए
1138 1
अपना वजूद
1110 1
उसकी आँखें
1071 0
चाक पे गढ़ी औरतें
1321 1
वैश्या
1535 1
औरत होने का समीकरण
1557 1
अहसास विकलांग नहीं होते
1107 2
शिखर का सच
1204 1
जीवन और मृत्यु
1351 2
ठहरे हुए पानी में आग लगाना आता है
1265 1
इंसान होने के मायने
1122 1
मैं उजालों का ही शौकीन हूँ
1170 1
ये प्रकरण कहाँ से शुरू होता है
1562 1
किताब में कैद एक गुलाब
1560 2
बलात्कार से पहले और बलात्कार के बाद
1922 2
मेरी कविताओं का दर्द
1898 1
मैकदा और मीना अच्छा लगता है
1121 0
मुझे नयन कारे-कारे ला के दे दो
1073 1
इश्क़ कभी औरों के भरोसे किया है क्या
1068 0
खुद को तुझमें समाता चला गया
1343 1
रस्म की शुरुआत मेरे बाद कीजिए
1046 1
मुझे मत दिखा अभी ये चाँद सितारे
1142 1
वो जब से लौट आए से मेरे शहर में
1105 1
मुझको अफवाहों से डराता है क्या
1053 0
गर हो तुम्हारी इज़ाज़त
1061 0
औकात दिखाना आता है
1624 0
तू मेरा कल नहीं, तू मेरा आज नहीं
1020 0
होता नहीं
1217 1
काजल करने के लिए ताज़ा खूँ चाहिए
1192 1
#मी टू, #ही फ़ॉर सी से कुछ बदलेगा नहीं
1013 2
यकीनन माली का बहा हुआ खूँ होगा
1664 1
इन लहजों ने कुछ तो छिपा रक्खा है
1370 2
गुमनाम आज़ादी
1050 1
इंसान सरहदों से कहीं बढ़कर है
वो सुनता बहुत है तुम्हारी बातों को
1018 2
ज़ुबानें हो गईं गाली-गाली
1013 1
रिश्ते निभाने में बहुत वक़्त लगता है
1083 1
बच्चों को गिरने पड़ने भी दीजिए
तू मिलना अब मुझसे तो
1113 1
क्या तुझे भी मुझ सा दीवाना याद आता है
1139 1
अगली पीढ़ी का बोझ कौन उठाएगा
990 1
आप बेरुखी से खिखिलाते रहिए
955 1
अफवाह
977 1
मुझे मेरी मौत का फरिश्ता चाहिए
1121 1
इंसानियत क्या है
1158 1
वो सीने से लगकर यूँ रो दिए
1053 1
अपने तिरंगे में ही प्राण रखता हूँ
1041 1
माना वक़्त बुरा है तो मर जाएँ क्या
985 0
तुम्हारी महफ़िल में और भी इंतज़ाम हैं
952 0
वो हिन्दुस्तान हर घड़ी दिखाएँगे
979 1
न जाने किनका ख्याल आ गया
1011 1
यहाँ अब जीना भी मुहाल है
971 1
रोटी की जात नहीं पूछा करते
ये न पूछ कि वो मेरा क्या लगता है
1037 1
उसकी आँखों में कहीं गंगाजल रहता है
1006 1
मुक्त करो भगवन को आज!
1027 1
न जाने फ़िज़ाओं में क्या हुआ होगा
997 1
अगर तेरा नूरानी हुस्न चुरा सकता मैं
1068 1
सब हादसे दिन में मुक़म्मल होते नहीं
1010 1
खूबियाँ साथ ले के चलो
937 1
मेरी अच्छाई ही मुसीबत है मेरी
995 1
सच को झूठ से और कितना बदलोगे
1062 1
लक्ष्मी,दुर्गा और सरस्वती
1037 0
मोहर
1026 0
ज़िंदा दिखो भी
1012 0
यह संभव है
ज़िन्दगी केवल ही शर्त नहीं
1209 0
मोहब्बत का शौक़ीन नया समाज नहीं
897 1
ज़मीर में सलामत मुआमला रखिए
1002 1
अब मेरी समझ में आता है
969 0
कौन मेरे गुनाहों पर पर्दा डाल देता है
1060 2
मेरा दिल मानो कि गुलाब सा खिल गया
1026 1
अदाओं में बहार लेके चलते हैं
1040 2
जितना हो सके, आसमाँ छेकते रहिए
924 1
कुछ कर सकते नहीं तो, मर जाते क्यूँ नहीं
1017 0
अभी आँखें बंद रहें तो ही सही
886 1
दवा करो तो फिर दुआ भी करो (नज़्म)
1065 1
वो सवाल से डरता बहुत है
917 2
अमूमन क्या होता है
855 1
ये कैसी बेख़बरी है
967 1
कितने वक़्त से जुबां से कोई बात निकाली ही नहीं
807 1
रंग गोरा ही देते
893 1
छोड़ आए
746 1
सुनिए
741 2
राजपथ की स्त्रियाँ
1143 1
परीक्षाएँ
1288 1
लड़कियाँ जब प्रेम पत्र लिखती हैं
1403 1
औरत
673 1
खुद रंग
789 1
अमूर्त
769 1
विधवा
1227 2
मुझे भाषण जुमलों से भरपूर नज़र आते हैं
739 1
खुदा से दुआ में हाथों का उठाना खत्म हुआ
824 1
अच्छे और बुरे सब बिक जाने लगे हैं
822 1
किरदार
677 1
अपनी लाश उठाने की सोचता हूँ
890 1
बुरा मत कहो
909 1
वो बुढ़िया
1001 1
मुलाक़ात
790 1
बारिश को अब बचा लो तुम
815 1
तुम्हारे सिवा और आदत क्या है
752 1
मत समझो कि ये घना कोहरा है
725 0
इश्क़ ने ये कमाल किया
664 0
खुदाई से मेरा कोई सरोकार नहीं है
700 1
यूँ ही कातिल के हाथ में खंज़र नहीं आता
593 0
जीत जाने की बस इतनी सी शर्त है
569 0
यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है
609 0
दर्द बहता रहे तो अच्छा है
709 1
जवान होती लड़कियाँ
738 1
कैसे हैं खेत, कैसा है कुआँ का पानी कहो
859 1
लाचारी
727 1
सामान्य
934 1
गाँव और बरगद
870 1
प्राण-प्रिय
1598 1
भय
735 1
खर-पतवार
710 1
बूँदें
596 1
तुम्हारा होना
589 1
मैं और मेरी कविता
305 1
सभ्यता की स्थापना
291 1
निमित्त प्रेम
293 1
आज फिर एक बुद्ध की तलाश है
280 1
कोई तो
249 1
आईना
182 0
तुम ही तुम
152 0