मैं लिखता हूँ तो भूख मिट जाती है -पेट और आत्मा दोनों की।
मुर्दाघर
1115 1
मेरी दादी
1184 0
औरतें
1326 0
अभी तलक बाकी है
1453 0
तब मेरा गाँव मुझे याद आता है
1694 1
मिलना कभी उन गलियों में
1283 1
बेटी बचेगी, तो ही पढ़ेगी
1179 0
इस चाराग़री में सब होशियार हैं
1285 0
मुल्क ही अगर नहीं होगा
1250 0
कुछ सलीका खुदा को भी सीखना चाहिए
1298 1
बस आसमान को बाँटना बाकी है
1131 0
सच की लाश मिली
1241 0
आँखों में धुँआ क्या है
1193 1
जब मिलता हूँ आदतन मुस्कुरा देता हूँ
1266 0
ग़ज़ल का मक़सद और मौजूँ क्या है
1096 0
इश्क़ किया और आग से खेलता रहा
1152 0
शान्त उसका हुस्न-ए-बरहम ही कब था
1090 0
निगाहों का पर्दा कहाँ था
1256 0
जबसे मैं मेरा ही न रह गया
1021 0
कौम बातों से कैसे बहल जाएगा
1072 0
तेरे ख़्वाब लेके मैं आँखों में
1104 0
पसीने से तरबतर भोर है कैसा
1042 1
तू रसूक बनकर सबको फुसलाता क्या है
1229 0
थोड़ी रियायत भी देनी थी
1035 0
गर्दन भी रोज़ दबाता है
1108 0
गुनाह यहाँ रोज़ होता है
1030 0
चोरी-छिपे ही मोहब्बत निभाता रहा
1206 0
आज़ादी को भी नई आज़ादी चाहिए
1193 0
नहीं है आरज़ू कि फिर से बेटी बनूँ
1029 0
इस हसीन शहर में बसिए ज़रा
1192 0
ये दौर-ए-इम्तेहान है
990 0
कभी हंगामा कभी जलसा होता रहा
1126 1
बदलते दौर में इज़्ज़तदारों का खानदान हूँ
1112 1
प्रेम-विरह
1006 0
आज का अखबार आ गया
989 0
ऐ मेरे मन
1268 0
रातों को छत पे बुलाते क्यों रहे
1099 0
हम फिर तन्हा रह गए
1064 1
अपना वजूद
1047 1
उसकी आँखें
1003 0
चाक पे गढ़ी औरतें
1250 1
वैश्या
1462 1
औरत होने का समीकरण
1487 1
अहसास विकलांग नहीं होते
1036 2
शिखर का सच
1142 1
जीवन और मृत्यु
1275 2
ठहरे हुए पानी में आग लगाना आता है
1188 1
इंसान होने के मायने
1060 1
मैं उजालों का ही शौकीन हूँ
1097 1
ये प्रकरण कहाँ से शुरू होता है
1497 1
किताब में कैद एक गुलाब
1477 2
बलात्कार से पहले और बलात्कार के बाद
1847 2
मेरी कविताओं का दर्द
1821 1
मैकदा और मीना अच्छा लगता है
1059 0
मुझे नयन कारे-कारे ला के दे दो
1014 1
इश्क़ कभी औरों के भरोसे किया है क्या
999 0
खुद को तुझमें समाता चला गया
1284 1
रस्म की शुरुआत मेरे बाद कीजिए
982 1
मुझे मत दिखा अभी ये चाँद सितारे
1080 1
वो जब से लौट आए से मेरे शहर में
1045 1
मुझको अफवाहों से डराता है क्या
977 0
गर हो तुम्हारी इज़ाज़त
995 0
औकात दिखाना आता है
1554 0
तू मेरा कल नहीं, तू मेरा आज नहीं
962 0
होता नहीं
1152 1
काजल करने के लिए ताज़ा खूँ चाहिए
1119 1
#मी टू, #ही फ़ॉर सी से कुछ बदलेगा नहीं
953 2
यकीनन माली का बहा हुआ खूँ होगा
1600 1
इन लहजों ने कुछ तो छिपा रक्खा है
1300 2
गुमनाम आज़ादी
988 1
इंसान सरहदों से कहीं बढ़कर है
वो सुनता बहुत है तुम्हारी बातों को
951 2
ज़ुबानें हो गईं गाली-गाली
953 1
रिश्ते निभाने में बहुत वक़्त लगता है
1025 1
बच्चों को गिरने पड़ने भी दीजिए
1043 1
तू मिलना अब मुझसे तो
1049 1
क्या तुझे भी मुझ सा दीवाना याद आता है
1073 1
अगली पीढ़ी का बोझ कौन उठाएगा
919 1
आप बेरुखी से खिखिलाते रहिए
902 1
अफवाह
910 1
मुझे मेरी मौत का फरिश्ता चाहिए
1050 1
इंसानियत क्या है
1082 1
वो सीने से लगकर यूँ रो दिए
981 1
अपने तिरंगे में ही प्राण रखता हूँ
माना वक़्त बुरा है तो मर जाएँ क्या
920 0
तुम्हारी महफ़िल में और भी इंतज़ाम हैं
886 0
वो हिन्दुस्तान हर घड़ी दिखाएँगे
914 1
न जाने किनका ख्याल आ गया
942 1
यहाँ अब जीना भी मुहाल है
911 1
रोटी की जात नहीं पूछा करते
ये न पूछ कि वो मेरा क्या लगता है
965 1
उसकी आँखों में कहीं गंगाजल रहता है
940 1
मुक्त करो भगवन को आज!
न जाने फ़िज़ाओं में क्या हुआ होगा
928 1
अगर तेरा नूरानी हुस्न चुरा सकता मैं
998 1
सब हादसे दिन में मुक़म्मल होते नहीं
950 1
खूबियाँ साथ ले के चलो
874 1
मेरी अच्छाई ही मुसीबत है मेरी
925 1
सच को झूठ से और कितना बदलोगे
लक्ष्मी,दुर्गा और सरस्वती
969 0
मोहर
974 0
ज़िंदा दिखो भी
945 0
यह संभव है
ज़िन्दगी केवल ही शर्त नहीं
1144 0
मोहब्बत का शौक़ीन नया समाज नहीं
835 1
ज़मीर में सलामत मुआमला रखिए
933 1
अब मेरी समझ में आता है
895 0
कौन मेरे गुनाहों पर पर्दा डाल देता है
990 2
मेरा दिल मानो कि गुलाब सा खिल गया
अदाओं में बहार लेके चलते हैं
963 2
जितना हो सके, आसमाँ छेकते रहिए
865 1
कुछ कर सकते नहीं तो, मर जाते क्यूँ नहीं
952 0
अभी आँखें बंद रहें तो ही सही
818 1
दवा करो तो फिर दुआ भी करो (नज़्म)
1004 1
वो सवाल से डरता बहुत है
854 2
अमूमन क्या होता है
796 1
ये कैसी बेख़बरी है
900 1
कितने वक़्त से जुबां से कोई बात निकाली ही नहीं
740 1
रंग गोरा ही देते
825 1
छोड़ आए
683 1
सुनिए
673 2
राजपथ की स्त्रियाँ
1078 1
परीक्षाएँ
1233 1
लड़कियाँ जब प्रेम पत्र लिखती हैं
1333 1
औरत
614 1
खुद रंग
724 1
अमूर्त
708 1
विधवा
1169 2
मुझे भाषण जुमलों से भरपूर नज़र आते हैं
677 1
खुदा से दुआ में हाथों का उठाना खत्म हुआ
758 1
अच्छे और बुरे सब बिक जाने लगे हैं
767 1
किरदार
618 1
अपनी लाश उठाने की सोचता हूँ
824 1
बुरा मत कहो
843 1
वो बुढ़िया
938 1
मुलाक़ात
722 1
बारिश को अब बचा लो तुम
751 1
तुम्हारे सिवा और आदत क्या है
672 1
मत समझो कि ये घना कोहरा है
652 0
इश्क़ ने ये कमाल किया
595 0
खुदाई से मेरा कोई सरोकार नहीं है
626 1
यूँ ही कातिल के हाथ में खंज़र नहीं आता
533 0
जीत जाने की बस इतनी सी शर्त है
516 0
यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है
537 0
दर्द बहता रहे तो अच्छा है
647 1
जवान होती लड़कियाँ
667 1
कैसे हैं खेत, कैसा है कुआँ का पानी कहो
809 1
लाचारी
666 1
सामान्य
877 1
गाँव और बरगद
806 1
प्राण-प्रिय
1540 1
भय
660 1
खर-पतवार
646 1
बूँदें
530 1
तुम्हारा होना
518 1
मैं और मेरी कविता
243 1
सभ्यता की स्थापना
223 1
निमित्त प्रेम
224 1
आज फिर एक बुद्ध की तलाश है
213 1
कोई तो
191 1
आईना
36 0
तुम ही तुम
38 0