मैं लिखता हूँ तो भूख मिट जाती है -पेट और आत्मा दोनों की।
मुर्दाघर
1514 1
मेरी दादी
1606 0
औरतें
1614 0
अभी तलक बाकी है
1811 0
तब मेरा गाँव मुझे याद आता है
2246 1
मिलना कभी उन गलियों में
1653 1
बेटी बचेगी, तो ही पढ़ेगी
1536 0
इस चाराग़री में सब होशियार हैं
1688 0
मुल्क ही अगर नहीं होगा
1661 0
कुछ सलीका खुदा को भी सीखना चाहिए
1665 1
बस आसमान को बाँटना बाकी है
1513 0
सच की लाश मिली
1713 0
आँखों में धुँआ क्या है
1547 1
जब मिलता हूँ आदतन मुस्कुरा देता हूँ
1630 0
ग़ज़ल का मक़सद और मौजूँ क्या है
1463 0
इश्क़ किया और आग से खेलता रहा
1539 0
शान्त उसका हुस्न-ए-बरहम ही कब था
1507 0
निगाहों का पर्दा कहाँ था
1655 0
जबसे मैं मेरा ही न रह गया
1423 0
कौम बातों से कैसे बहल जाएगा
1460 0
तेरे ख़्वाब लेके मैं आँखों में
पसीने से तरबतर भोर है कैसा
1391 1
तू रसूक बनकर सबको फुसलाता क्या है
1596 0
थोड़ी रियायत भी देनी थी
1439 0
गर्दन भी रोज़ दबाता है
1508 0
गुनाह यहाँ रोज़ होता है
1400 0
चोरी-छिपे ही मोहब्बत निभाता रहा
1568 0
आज़ादी को भी नई आज़ादी चाहिए
1576 0
नहीं है आरज़ू कि फिर से बेटी बनूँ
1365 0
इस हसीन शहर में बसिए ज़रा
1625 0
ये दौर-ए-इम्तेहान है
1412 0
कभी हंगामा कभी जलसा होता रहा
1487 1
बदलते दौर में इज़्ज़तदारों का खानदान हूँ
1509 1
प्रेम-विरह
1532 0
आज का अखबार आ गया
1367 0
ऐ मेरे मन
1697 0
रातों को छत पे बुलाते क्यों रहे
1502 0
हम फिर तन्हा रह गए
1498 1
अपना वजूद
1455 1
उसकी आँखें
1443 0
चाक पे गढ़ी औरतें
1667 1
वैश्या
1842 1
औरत होने का समीकरण
1939 1
अहसास विकलांग नहीं होते
1476 2
शिखर का सच
1490 1
जीवन और मृत्यु
1747 2
ठहरे हुए पानी में आग लगाना आता है
1586 1
इंसान होने के मायने
1428 1
मैं उजालों का ही शौकीन हूँ
1542 1
ये प्रकरण कहाँ से शुरू होता है
1934 1
किताब में कैद एक गुलाब
1902 2
बलात्कार से पहले और बलात्कार के बाद
2308 2
मेरी कविताओं का दर्द
2264 1
मैकदा और मीना अच्छा लगता है
1415 0
मुझे नयन कारे-कारे ला के दे दो
1325 1
इश्क़ कभी औरों के भरोसे किया है क्या
1380 0
खुद को तुझमें समाता चला गया
1625 1
रस्म की शुरुआत मेरे बाद कीजिए
1387 1
मुझे मत दिखा अभी ये चाँद सितारे
1497 1
वो जब से लौट आए से मेरे शहर में
1491 1
मुझको अफवाहों से डराता है क्या
1349 0
गर हो तुम्हारी इज़ाज़त
1345 0
औकात दिखाना आता है
2056 0
तू मेरा कल नहीं, तू मेरा आज नहीं
1360 0
होता नहीं
1516 1
काजल करने के लिए ताज़ा खूँ चाहिए
1531 1
#मी टू, #ही फ़ॉर सी से कुछ बदलेगा नहीं
1299 2
यकीनन माली का बहा हुआ खूँ होगा
2011 1
इन लहजों ने कुछ तो छिपा रक्खा है
1727 2
गुमनाम आज़ादी
1328 1
इंसान सरहदों से कहीं बढ़कर है
1405 0
वो सुनता बहुत है तुम्हारी बातों को
1359 2
ज़ुबानें हो गईं गाली-गाली
1335 1
रिश्ते निभाने में बहुत वक़्त लगता है
1372 1
बच्चों को गिरने पड़ने भी दीजिए
1483 1
तू मिलना अब मुझसे तो
1460 1
क्या तुझे भी मुझ सा दीवाना याद आता है
1479 1
अगली पीढ़ी का बोझ कौन उठाएगा
1285 1
आप बेरुखी से खिखिलाते रहिए
1265 1
अफवाह
1274 1
मुझे मेरी मौत का फरिश्ता चाहिए
1421 1
इंसानियत क्या है
1556 1
वो सीने से लगकर यूँ रो दिए
1346 1
अपने तिरंगे में ही प्राण रखता हूँ
1415 1
माना वक़्त बुरा है तो मर जाएँ क्या
1328 0
तुम्हारी महफ़िल में और भी इंतज़ाम हैं
1258 0
वो हिन्दुस्तान हर घड़ी दिखाएँगे
1375 1
न जाने किनका ख्याल आ गया
1316 1
यहाँ अब जीना भी मुहाल है
1321 1
रोटी की जात नहीं पूछा करते
1454 1
ये न पूछ कि वो मेरा क्या लगता है
1330 1
उसकी आँखों में कहीं गंगाजल रहता है
मुक्त करो भगवन को आज!
1361 1
न जाने फ़िज़ाओं में क्या हुआ होगा
1329 1
अगर तेरा नूरानी हुस्न चुरा सकता मैं
1413 1
सब हादसे दिन में मुक़म्मल होते नहीं
खूबियाँ साथ ले के चलो
1250 1
मेरी अच्छाई ही मुसीबत है मेरी
1358 1
सच को झूठ से और कितना बदलोगे
1370 1
लक्ष्मी,दुर्गा और सरस्वती
1378 0
मोहर
1330 0
ज़िंदा दिखो भी
1316 0
यह संभव है
1327 0
ज़िन्दगी केवल ही शर्त नहीं
1545 0
मोहब्बत का शौक़ीन नया समाज नहीं
1228 1
ज़मीर में सलामत मुआमला रखिए
1311 1
अब मेरी समझ में आता है
1323 0
कौन मेरे गुनाहों पर पर्दा डाल देता है
1329 2
मेरा दिल मानो कि गुलाब सा खिल गया
1378 1
अदाओं में बहार लेके चलते हैं
1395 2
जितना हो सके, आसमाँ छेकते रहिए
1204 1
कुछ कर सकते नहीं तो, मर जाते क्यूँ नहीं
1340 0
अभी आँखें बंद रहें तो ही सही
1177 1
दवा करो तो फिर दुआ भी करो (नज़्म)
1368 1
वो सवाल से डरता बहुत है
1278 2
अमूमन क्या होता है
1168 1
ये कैसी बेख़बरी है
1289 1
कितने वक़्त से जुबां से कोई बात निकाली ही नहीं
1167 1
रंग गोरा ही देते
1284 1
छोड़ आए
1027 1
सुनिए
1041 2
राजपथ की स्त्रियाँ
1504 1
परीक्षाएँ
1652 1
लड़कियाँ जब प्रेम पत्र लिखती हैं
1688 1
औरत
1015 1
खुद रंग
1096 1
अमूर्त
1053 1
विधवा
1694 2
मुझे भाषण जुमलों से भरपूर नज़र आते हैं
1074 1
खुदा से दुआ में हाथों का उठाना खत्म हुआ
1147 1
अच्छे और बुरे सब बिक जाने लगे हैं
1143 1
किरदार
971 1
अपनी लाश उठाने की सोचता हूँ
1220 1
बुरा मत कहो
1259 1
वो बुढ़िया
1381 1
मुलाक़ात
1139 1
बारिश को अब बचा लो तुम
1153 1
तुम्हारे सिवा और आदत क्या है
मत समझो कि ये घना कोहरा है
1073 0
इश्क़ ने ये कमाल किया
981 0
खुदाई से मेरा कोई सरोकार नहीं है
1028 1
यूँ ही कातिल के हाथ में खंज़र नहीं आता
967 0
जीत जाने की बस इतनी सी शर्त है
976 0
यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है
928 0
दर्द बहता रहे तो अच्छा है
1054 1
जवान होती लड़कियाँ
1043 1
कैसे हैं खेत, कैसा है कुआँ का पानी कहो
लाचारी
1092 1
सामान्य
1238 1
गाँव और बरगद
1305 1
प्राण-प्रिय
1963 1
भय
1099 1
खर-पतवार
975 1
बूँदें
927 1
तुम्हारा होना
911 1
मैं और मेरी कविता
587 1
सभ्यता की स्थापना
618 1
निमित्त प्रेम
614 1
आज फिर एक बुद्ध की तलाश है
549 1
कोई तो
527 1
आईना
481 0
तुम ही तुम
474 0